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CG BREAKING: चैतन्य बघेल के खिलाफ ED को मिले चौंकाने वाले सबूत, करीबी बिजनेसमैन की पेन-ड्राइव में दर्ज है लेन-देन का पूरा हिसाब! भूपेश बघेल के बेटे पर मनी-लॉन्ड्रिंग का गंभीर आरोप, बंसल-अग्रवाल से जब्त डेटा बना बड़ी कड़ी



रायपुर। CG BREAKING:  प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद अब चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी जानकारी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, भूपेश बघेल के बेटे के खिलाफ कार्रवाई के पीछे उनके करीबी कारोबारी अनिल बंसल और अशोक अग्रवाल द्वारा दिए गए पुख्ता डिजिटल सबूत हैं।

ED को मिली एक पेन-ड्राइव और डिजिटल रिकॉर्ड में चौंकाने वाले लेन-देन का ब्यौरा सामने आया है, जो कथित रूप से चैतन्य बघेल और उनके साझेदारों से जुड़ा है। जांच एजेंसी का दावा है कि इस पेन-ड्राइव में करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन, नकद भुगतान और निवेश की जानकारी दर्ज है।

💼 क्या मिला ED को?

  • पेन-ड्राइव और हार्ड डिस्क में मौजूद फाइलों में नकद लेन-देन का ब्योरा, जमीन सौदों से जुड़े दस्तावेज और WhatsApp चैट्स शामिल हैं।

  • बताया गया है कि ये सभी डाटा अनिल बंसल और अशोक अग्रवाल के दफ्तरों से जब्त किए गए थे।

  • ED अधिकारियों ने ये भी कहा है कि पेन-ड्राइव की फॉरेंसिक जांच कर पुष्टि की जा रही है कि डेटा कब और किसने तैयार किया।

🧾 आरोप क्या हैं?

ED का दावा है कि चैतन्य बघेल के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का नेटवर्क चलाया जा रहा था, जिसमें उनकी जानकारी या साझेदारी से भारी कैश फ्लो को सफेद धन में बदला गया।
पेन-ड्राइव में दर्ज जानकारी में अवैध कमीशन, ब्याज पर उधार, और नकद में निवेश जैसी गतिविधियों के संकेत मिले हैं।

🧑‍⚖️ राजनीतिक मोड़

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को पूरी तरह राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियां विपक्षी नेताओं के परिवारों को निशाना बना रही हैं।

वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि यदि कुछ गलत नहीं किया गया तो डर किस बात का? वे इस मामले को “कानून अपना काम कर रहा है” कहकर जायज ठहरा रहे हैं।

📅 अगली पेशी 22 जुलाई

ED ने चैतन्य बघेल को पांच दिन की रिमांड पर लिया है और अब 22 जुलाई को विशेष न्यायालय में अगली पेशी होगी। उस दिन तक पूछताछ और डिजिटल एविडेंस की गहराई से जांच जारी रहेगी।


निष्कर्ष:
चैतन्य बघेल के खिलाफ सामने आए ये डिजिटल सबूत मामले को बड़ा मोड़ दे सकते हैं। ED की रिपोर्ट और जब्त डेटा इस केस की दिशा और भविष्य तय करेंगे।
अब देखना ये होगा कि इस केस में आगे और किन-किन चेहरों से पर्दा उठता है।

 
 

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